प्रेगनेंसी में बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए

प्रेगनेंसी में बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए

  • 2025-01-28
  • प्रेगनेंसी में बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए

प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन बेहद जरूरी है। प्रोटीन युक्त आहार जैसे दाल, अंडे, मछली, और चिकन बच्चे के विकास में सहायक होते हैं। दूध, दही, पनीर और अन्य डेयरी उत्पाद कैल्शियम प्रदान करते हैं, जो हड्डियों की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। फल जैसे केला, सेब, पपीता, और संतरा विटामिन और फाइबर से भरपूर होते हैं। सूखे मेवे जैसे बादाम, अखरोट, और किशमिश एनर्जी और अच्छे फैट का स्रोत हैं। साबुत अनाज जैसे गेहूं, बाजरा और ओट्स कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं। आयरन और फॉलिक एसिड के लिए पालक, ब्रोकली, और चुकंदर शामिल करें। खूब पानी पिएं और डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट्स भी लें।

आयरन युक्त आहार

प्रेगनेंसी के दौरान आयरन युक्त आहार का सेवन बच्चे के वजन और संपूर्ण विकास के लिए बहुत जरूरी है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है, जिससे मां और बच्चे को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है। आयरन युक्त आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, सरसों का साग, और ब्रोकली शामिल करें। दालें, चना, राजमा, और सोयाबीन भी आयरन के अच्छे स्रोत हैं। सूखे मेवे जैसे किशमिश, खजूर, और बादाम प्रेगनेंसी में ऊर्जा और आयरन दोनों प्रदान करते हैं।

गुड़ और तिल का सेवन पारंपरिक रूप से आयरन बढ़ाने के लिए उपयोगी है। नॉन-वेज खाने वालों के लिए रेड मीट और अंडा फायदेमंद हैं। साथ ही, फलों में अनार, सेब, और चुकंदर आयरन से भरपूर होते हैं। आयरन के बेहतर अवशोषण के लिए इसे विटामिन सी युक्त फलों जैसे संतरा, आंवला, या नींबू के साथ शामिल करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं।

कैल्शियम और प्रोटीन युक्त आहार

प्रेगनेंसी के दौरान कैल्शियम और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। कैल्शियम हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए आवश्यक है, जबकि प्रोटीन बच्चे की मांसपेशियों और ऊतकों के विकास में मदद करता है। कैल्शियम के अच्छे स्रोतों में दूध, दही, पनीर, और छाछ शामिल हैं। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली, और मेथी में भी कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है।

प्रोटीन के लिए अंडे, मछली, चिकन, और सोयाबीन को आहार में शामिल करें। दालें, राजमा, चना, और मूंगफली भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। सूखे मेवे जैसे बादाम, अखरोट, और काजू प्रोटीन और अच्छे फैट प्रदान करते हैं। अनाज जैसे क्विनोआ, जई (ओट्स), और बाजरा प्रोटीन और कैल्शियम दोनों से भरपूर होते हैं। साथ ही, बीज जैसे तिल और चिया सीड्स का सेवन भी लाभकारी है। ये आहार बच्चे के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करते हैं।

  • अंडे:

    • प्रोटीन और कोलीन से भरपूर, अंडे भ्रूण के मस्तिष्क और कोशिकाओं के विकास में मदद करते हैं।

  • कैल्शियम रिच फूड्स:

    • दूध, दही, पनीर, और तिल जैसे खाद्य पदार्थ हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए जरूरी हैं।

  • टोफू:

    • प्रोटीन और कैल्शियम का उत्कृष्ट स्रोत, टोफू शाकाहारी गर्भवती महिलाओं के लिए आदर्श है।

  • डेयरी प्रोडक्ट्स:

    • दूध, चीज़, और छाछ जैसे उत्पाद भ्रूण की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास को प्रोत्साहित करते हैं।

  • थायमिन:

    • साबुत अनाज और बीज में मौजूद यह विटामिन भ्रूण के नर्वस सिस्टम के विकास के लिए आवश्यक है।

  • प्रीनैटल विटामिन:

    • डॉक्टर द्वारा सुझाए गए मल्टीविटामिन्स मां और बच्चे दोनों की पोषण आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।

  • प्रोटीन रिच डाइट:

    • दालें, नट्स, और मांस भ्रूण के ऊतकों और कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं।

  • फिश:

    • ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर, मछली भ्रूण के मस्तिष्क और आंखों के विकास में सहायक है।

  • बीन्स:

    • आयरन और फाइबर का स्रोत, बीन्स गर्भावस्था में एनीमिया से बचाने में मदद करते हैं।

  • मैग्नीशियम:

    • नट्स, बीज, और हरी सब्जियां मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के बेहतर कामकाज में मदद करती हैं।

  • लीन प्रोटीन:

    • चिकन और मछली जैसे प्रोटीन बच्चे की कोशिकाओं और अंगों के विकास में सहायक होते हैं।

  • हरी पत्तेदार सब्जियां:

    • पालक, ब्रोकली, और मेथी आयरन, फॉलिक एसिड, और कैल्शियम का भरपूर स्रोत हैं।

प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन

प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन सेहतमंद जीवनशैली के लिए बेहद जरूरी है, खासकर प्रेगनेंसी के दौरान। ये खाद्य पदार्थ बिना किसी रसायन, संरक्षक, या कृत्रिम सामग्री के होते हैं, जिससे शरीर को शुद्ध और आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में ताजे फल, सब्जियां, अनाज, दालें, नट्स, और बीज शामिल हैं।

प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के लाभ:

  • पौष्टिकता से भरपूर: ये शरीर को आवश्यक विटामिन, खनिज, प्रोटीन, और फाइबर प्रदान करते हैं।

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार: प्राकृतिक खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो रोगों से बचाते हैं।

  • पाचन तंत्र में सुधार: इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे कब्ज जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।

  • बच्चे के विकास में सहायक: प्रेगनेंसी के दौरान ये बच्चे के मस्तिष्क, हड्डी, और अंगों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के उदाहरण:

  • फल: सेब, केला, पपीता, अनार, संतरा

  • सब्जियां: पालक, गाजर, ब्रोकली, चुकंदर

  • सूखे मेवे: बादाम, अखरोट, किशमिश

  • अनाज: गेहूं, ओट्स, जौ

  • बीज: चिया सीड्स, तिल, सूरजमुखी बीज

प्राकृतिक आहार का नियमित सेवन न केवल मां और बच्चे की सेहत को बेहतर बनाता है, बल्कि यह ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत भी है।

  • कमरे के तापमान में रखे फल:

    • सेब, केला, और संतरा जैसे फल ताजगी और पोषण प्रदान करते हैं, तुरंत ऊर्जा के लिए फायदेमंद।

  • केल:

    • विटामिन सी, आयरन, और कैल्शियम से भरपूर, यह भ्रूण के विकास और हड्डियों की मजबूती में मदद करता है।

  • डिहाइड्रेशन:

    • पानी, नारियल पानी, और फलों के रस का सेवन शरीर में तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

  • तरबूज के बीज:

    • प्रोटीन, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर, ये ऊर्जा और पोषण के लिए आदर्श हैं।

  • नट्स और सीड्स:

    • बादाम, अखरोट, और चिया सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन का स्रोत हैं।

  • पत्तेदार सब्जियां:

    • ब्रोकली, मेथी, और पालक फाइबर, फॉलिक एसिड, और आयरन प्रदान करती हैं।

  • पालक:

    • आयरन और फॉलिक एसिड से भरपूर, यह भ्रूण के रक्त और तंत्रिका तंत्र के विकास में सहायक है।

  • प्रेगनेंसी में डायट:

    • संतुलित आहार जिसमें फल, सब्जियां, प्रोटीन, और दालें शामिल हों, बच्चे के विकास के लिए जरूरी है।

  • फ्लैक्स सीड्स:

    • ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर, यह पाचन में सुधार और भ्रूण के विकास में मदद करते हैं।

  • साबुत अनाज:

    • ब्राउन राइस, ओट्स, और क्विनोआ ऊर्जा और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं।

  • सूखे मेवे:

    • किशमिश, खजूर, और अंजीर ऊर्जा, आयरन, और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।

  • हरी सब्जियां:

    • गाजर, मटर, और ब्रोकली विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करती हैं।

भ्रूण का वजन बढ़ाने के लिए आहार

भ्रूण का स्वस्थ विकास और वजन बढ़ाने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन बेहद जरूरी है। गर्भावस्था में सही आहार न केवल बच्चे की ग्रोथ को प्रोत्साहित करता है, बल्कि मां की सेहत को भी बनाए रखता है।

भ्रूण का वजन बढ़ाने के लिए आहार:

  1. प्रोटीन युक्त आहार:

    • अंडे, मछली, चिकन, सोयाबीन, पनीर, और दालें जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ भ्रूण के मांसपेशियों और ऊतकों के विकास में मदद करते हैं।

  2. डेयरी उत्पाद:

    • दूध, दही, और पनीर कैल्शियम और प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं, जो हड्डियों और दांतों के विकास में सहायक हैं।

  3. फल और सब्जियां:

    • केला, पपीता, सेब, अनार, और चुकंदर जैसे फल और पालक, ब्रोकली, गाजर, और चुकंदर जैसी सब्जियां विटामिन और आयरन प्रदान करती हैं।

  4. सूखे मेवे और बीज:

    • बादाम, अखरोट, किशमिश, और तिल भ्रूण के मस्तिष्क के विकास में सहायक होते हैं।

  5. ओमेगा-3 फैटी एसिड:

    • मछली, अखरोट, और चिया सीड्स बच्चे के न्यूरल और ब्रेन डेवलपमेंट के लिए फायदेमंद हैं।

महत्वपूर्ण सुझाव:

  • आयरन और फॉलिक एसिड युक्त आहार (जैसे पालक और दालें) का सेवन करें।

  • विटामिन सी (जैसे संतरा) के साथ आयरन का सेवन करें ताकि इसका अवशोषण बेहतर हो।

  • डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स का सेवन करें।

 

संतुलित आहार बच्चे के विकास और वजन को सही बनाए रखने के लिए अनिवार्य है।

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About Author

Dr. Nisha Sharma

Studied at Red Roses Sr. Sec. School, D-Block, Arya Samaj Mandir; she has established herself into a renowned personality. She received her degrees (both BDS and MDS) in dentistry. She received her fellowship at the Pierre Fauchard Academy (FPFA). She has also received her certifications for full mouth rehabilitation and cosmetic dentistry. Currently, she practices her medicine of dentistry at Dr. Chopra Dental Clinic in Ramesh Nagar, Delhi.

Comments ( 1)

  • Mansi

    Thanks for the valuable information.

    2023-01-05 00:00:00

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